शिक्षक दिवस विशेष

राजकीय उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय माधोपट्टी के शिक्षक रवि रौशन कुमार द्वारा विद्यालय में कई अभिनव प्रयोग किए गए हैं; एक झलक

- इन्होंने अपने विद्यालय में वर्षाे से निष्क्रिय बाल संसद को सक्रिय बनाया है। अब बाल संसद के सदस्य जिम्मेवारीपूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करते हैं।  

- मध्य एवं माध्यमिक स्तर के बच्चों के लिए विद्यालय में एक विज्ञान क्लब भी कार्यरत् है। इस विज्ञान क्लब को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के अधीन स्वायतशासी संस्थान विज्ञान प्रसार से सम्बद्धता भी प्राप्त करवाया है।

- विज्ञान जागरूकता से जुड़े प्रतियोगिताओं में बच्चे बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं।

- इस्पायर अवार्ड मानक प्रतियोगिता में विद्यालय के पांच बच्चों का चयन हुआ है, इस प्रतियोगिता के नोडल शिक्षक के रूप में श्री रवि रौशन कुमार ने बच्चों को प्रेरित किया कि वे नवाचारी विचारों के बारे में सोचे और उसे मुर्त्त रूप कैसे दिया जाए इस पर भी विचार करें।

- इनके सम्पादन में संकुल स्तर पर एक मासिक ई-पत्रिका ‘जिज्ञासा’ का प्रकाशन जुलाई 2020 से अनवरत् किया जा रहा है। इस पत्रिका में बच्चे/शिक्षक/अभिभावक सभी के लिए सामग्रियां प्रकाशित होती है। बच्चों की कलाकृतियां, शिक्षकों की रचनाएं एवं अभिभावकों के सुझावों को इसमें स्थान दिया जाता है। इसके अलावा संकुल की गतिविधियां, ज्ञानवर्द्धक जानकारियां, दिवस आधारित विशेष लेख, आई.सी.टी. से जुड़ी जानकारी इत्यादि का प्रकाशन किया जाता है। यह पत्रिका ऑनलाईन माध्यम से लगभग 1000 लोगों तक पहुंचाया जाता है। इस ई-पत्रिका को शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारियों का भी शुभकामना प्राप्त हो रहता है। इस क्रम में बिहार शिक्षा परियोजना के कार्यक्रम पदाधिकारी, शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रभाग के निदेशक महोदय, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी के नाम उल्लेखनीय है।

- शिक्षक रवि रौशन कुमार के द्वारा लॉकडाउन की अवधि में बच्चों के लिए फेसबुक एवं यूट्यूब के माध्यम से मुफ्त ऑनलाईन कक्षाएं आयोजित की गई। कक्षा 6 से 10 तक बच्चे इससे लाभांवित हुए है।

- आर्ट एवं क्राफ्ट में विशेष रूचि होने के कारण अपनी कक्षा के बच्चों के लिए शिक्षण-अधिगम सामग्रियां भी स्वयं ही तैयार कर लेते हैं। साथ ही बच्चों को भी आर्ट एवं क्राफ्ट के लिए प्रशिक्षित करते हैं। फरवरी 2020 में संकुल स्तरीय टी.एल.एम. प्रदर्शनी में इन्हें सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त हुआ था।

- इनका अपना एक यू-ट्यूब चैनल भी है जिसके 5000 से अधिक सब्सक्राईबर हैं। इस चैनल के माध्यम से शिक्षक एवं बच्चे दोनों के लिए शिक्षण-अधिगम पर आधारित सामग्रियां प्रसारित किए जाते हैं। चैनल का नाम- रवि सर की पाठशाला

- पर्यावरण संरक्षण एवं विज्ञान जागरूकता विषय पर दो दर्जन से अधिक आलेख विभिन्न राष्ट्रीय स्तर की पत्रिकाओं प्रकाशित हैं; इसके अलावा आकाशवाणी से भी इनकी वार्ताएं प्रसारित होती रहती है। इनके इस योगदान के लिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गांधी पर्यावरण योद्धा सम्मान भी मिल चुका है।

- शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में सूचना एवं संचार तकनीकी का बेहतर प्रयोग करने के लिए वर्ष-2020 में शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जाने वाले राष्ट्रीय आई. सी. टी. पुरस्कार हेतु इन्हें नामित किया गया था।

- हाल ही में सूत्रा फाउंडेशन एवं एबी न्यूज के द्वारा इन्हें सूत्रा एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

- विद्यालय में कार्यरत अपने सहयोगी शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापक के सकारात्मक रवैया के कारण इन्हें अपने कार्यों को सम्पादित करने में कोई विशेष परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।










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